Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Komal Nahata(Filminformation)
"संतोष सिंह का निर्देशन औसत है। हालाँकि उन्हें फ़िल्म निर्देशन की बारीकियाँ पता हैं, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि संक्षिप्तता न सिर्फ़ हाज़िरजवाबी की, बल्कि बॉक्स-ऑफ़िस पर हिट होने की भी आत्मा होती है। बात पर पहुँचने में उन्हें बहुत समय लगता है। विशाल मिश्रा का संगीत बहुत मधुर है। गाने भावपूर्ण हैं, लेकिन गानों में वो धुन नहीं है जो एक बड़ा अंतर पैदा कर सकती थी। गीत वज़नदार हैं। विष्णु देवा की कोरियोग्राफी ठीक-ठाक है। जोएल क्रैस्टो का बैकग्राउंड संगीत काफ़ी अच्छा है, लेकिन इसे और प्रभावशाली होना चाहिए था। तनवीर मीर की छायांकन बहुत अच्छी है। शीतल दुग्गल की प्रोडक्शन डिज़ाइनिंग और प्रणय चौरे का कला निर्देशन स्तरीय है। उन्नीकृष्णन पीपी का संपादन और भी बेहतर होना चाहिए था। कुल मिलाकर, "आँखों की गुस्ताखियाँ" में वो आत्मा नहीं है जो इस तरह की प्रेम कहानी में होनी चाहिए।"
Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Rekha Khan(NBT)
"निर्देशक संतोष सिंह की फिल्म बहुत ही फ्रेश नोट पर शुरू होती है, जहां पर हीरो-हीरोइन की नोक-झोंक और चुहलबाजी लव स्टोरी के प्रीमाइज को सेट कर देती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती जाती है, प्रेम कहानी गहरी होती जाती है। इंटरवल रोचक पॉइंट पर आकर रुकता है, मगर फिर मध्यांतर के बाद कहानी बुरी तरह से बिखर जाती है और क्लाइमैक्स बचकाना होने के साथ-साथ इतना प्रेडिक्टिबल लगता है कि फिल्म खत्म होने से पहले ही दर्शक जान जाता है कि एंड क्या होने वाला है।"
Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Sonali Naik(TV9)
"फिल्म का खराब होना एक बात है, लेकिन दर्शकों की उम्मीदें जगाकर फिर उन्हें निराश करना, ये तो और भी बुरा है! ‘आँखों की गुस्ताखियां’ के साथ ठीक ऐसा ही होता है. फिल्म शुरू होती है, आपको लगता है कि कुछ रोमांटिक और मजेदार देखने को मिलेगा, पर आधे घंटे बाद ही सारे सपने टूट जाते हैं. क्लाइमेक्स इतना सीधा है कि आप पहले ही अंदाजा लगा लेंगे. अगर आप इस वीकेंड कोई रोमांटिक ड्रामा देखना चाहते हैं, तो इसे एक बार देख सकते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा उम्मीदें मत रखिएगा. ये फिल्म सिर्फ टाइमपास के लिए है, अगर आपके पास कुछ बेहतर देखने को न हो."
Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Pratik Shekhar(News 18)
"संतोष सिंह ने छोटी-छोटी बातों पर भी खूब ध्यान दिया है. फिल्म की ज्यादातर शूटिंग मसूरी में हुई है और उन्होंने जो दृश्य अपने कैमरे में कैद किए हैं, वो सभी लोकेशन आपको बड़े पर्दे पर देखने में पसंद आएंगी. साथ ही, विशाल मिश्रा का संगीत भी इस फिल्म की कमजोर कड़ियों को संभालने में कामयाब रहा है. कुल मिलाकर, ‘आंखों की गुस्ताखियां’ एक औसत फिल्म है."
Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Amit Bhatia(ABP News)
"ये एक ठीक ठाक फिल्म है. कमियों के बावजूद फिल्म देखने लायक है. फिल्म में कुछ नया करने की कोशिश की गई है. इस तरह की लव स्टोरी को पचाना थोड़ा मुश्किल है लेकिन सिनेमा तो यही करता है. वरना हम ये शिकायत तो करते रहते हैं कि कुछ नया नहीं बनता और जब बनता है तो हम कहते हैं ऐसा कैसे हो सकता है."
Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Jaya Dwivedi(India TV)
"'आंखों की गुस्ताखियां' एक सादगी से रची गई ऐसी प्रेम कहानी है, जो दिखाती है कि प्यार सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि एहसासों, नजरों और खामोशियों में भी पनपता है। यह फिल्म उन लोगों के लिए है, जो शोर-शराबे वाले रोमांस की जगह एक सच्चा, सधा और गहराई से भरा हुआ इश्क देखना चाहते हैं। अगर आप मीनिंगफुल और दिल से जुड़ी कहानियों के दर्शक हैं तो यह फिल्म आपके लिए एक बेहतरीन अनुभव हो सकती है।"
Aankhon Ki Gustaakhiyan Movie Review By Kumar Saras(Times Now)
"लम्बे समय से बॉलीवुड की तरफ से कोई अच्छी लव स्टोरी नहीं रिलीज की गई है। आंखों की गुस्ताखियां दर्शकों की उस भूख को खत्म कर सकती है। आंखों की गुस्ताखियां उन दर्शकों के लिए परफेक्ट मूवी है, जो हटकर लव स्टोरी की तलाश में हैं। अगर बारिश के मौसम में आप अपने पार्टनर के साथ दिल छू लेने वाली रोमांटिक मूवी देखने की फिराक में हैं तो आंखों की गुस्ताखियां का टिकिट खरीद लें।"