Kesari Veer Movie Review By Komal Nahata(Filminformation)
"प्रिंस धीमान का निर्देशन कमज़ोर और नीरस है। मोंटी शर्मा का संगीत मधुर है, लेकिन कोई भी गीत लोकप्रिय नहीं हुआ है। गीत ठीक-ठाक हैं। बहुत सारे गुजराती गाने हैं और यह गैर-गुजराती दर्शकों को पसंद नहीं आएगा। गानों का फिल्मांकन रूटीन है। मोंटी शर्मा का बैकग्राउंड म्यूज़िक औसत से नीचे है। विकास जोशी की सिनेमैटोग्राफी ठीक-ठाक है। विजुअल इफ़ेक्ट और कंप्यूटर ग्राफ़िक्स औसत से नीचे हैं। केविन कुमार और आनंद शेट्टी के एक्शन और स्टंट दृश्यों में रोमांच और उत्साह की कमी है। प्रियंका ग्रोवर धीमान की प्रोडक्शन डिज़ाइनिंग और बाजी आर. पाटिल का आर्ट डायरेक्शन ठीक-ठाक है। सत्य शर्मा और सुमंत शर्मा की एडिटिंग में कुछ कमी रह गई है। कुल मिलाकर, केसरी वीर एक खराब प्रदर्शन है और यह एक असफल फिल्म साबित होगी।"
Kesari Veer Movie Review By Pankaj Shukla(Amar Ujala)
"फिल्म के निर्माता कानू चौहान ने खुद ये कहानी लिखी और उस कहानी पर पटकथा लिखने का मौका मिला क्षितिज श्रीवास्तव को। लेकिन, पटकथा ने ही इस फिल्म में दिमाग का दही किया है और इस दही का रायता पूरी फिल्म में फैलाते रहे हैं फिल्म के निर्देशक प्रिंस धीमान। प्रिंस का निर्देशन उनके टेलीविजन सीरियलों जैसा ही है। उन्हें टीवी और फिल्म की फ्रेमिंग का मूल अंतर नहीं पता है। वह सब कुछ कैमरे के पास होते हुए दिखाना चाहते हैं। लॉन्ग शॉट्स में उनका कथा संतुलन दृश्य संतुलन से मैच नहीं कर पाता है। फिल्म की दूसरी कमजोर कड़ी फिल्म की पटकथा के बाद फिल्म का निर्देशन ही है।"
Kesari Veer Movie Review By Rekha Khan(NBT)
"हमीरजी गोहिल के बारे में कहा जाता है कि उनकी वीरगाथा के कारण गुजरात में उन्हें पूजा जाता है, मगर निर्देशक प्रिंस धीमान उस इमोशन को जगाने में नाकाम रहे हैं। फिल्म का लंबा रन टाइम खलता है, जिसमें युद्ध की विभीषिका के बीच हमीरजी और राजल की प्रेम कहानी अलग-थलग मालूम पड़ती है।"
Kesari Veer Movie Review By Sonali Naik(TV9)
"फिल्म ‘केसरी वीर’ के निर्देशन की कमान प्रिंस धीमान ने संभाली है और कनुभाई चौहान और क्षितिज श्रीवास्तव के साथ मिलकर स्क्रिप्ट भी लिखी है. प्रिंस धीमान का अनुभव मुख्य रूप से टीवी सीरियलों में रहा है, और यही बात इस फिल्म में बुरी तरह खली. ऐसा लगता है मानो उन्होंने एक बड़ी फिल्म को भी टीवी सीरियल की तरह ही ट्रीट कर दिया हो. एक निर्देशक की जिम्मेदारी होती है कि वो अपने एक्टर्स से बेहतरीन काम निकलवाए और दर्शकों को फिल्म के आखिरी पल तक बांधे रखे. अफसोस, प्रिंस इन दोनों ही कसौटियों पर बुरी तरह फेल हुए."
Kesari Veer Movie Review By Jaya Dwivedi(India TV)
"‘केसरी वीर’ एक अच्छी कोशिश है जो वीरता की एक प्रेरणादायक कहानी कहने की चाह रखती है, लेकिन सिनेमैटिक लिबर्टी थोड़ी ज्यादा है। ऐतिहासिक गहराई से इतर अगर आप मनोरंजन के लिहाज से फिल्म देखना चाहते हैं तो ये फिल्म वन टाइम वॉच है और अपको इसमें शानदार अभिनय देखने को मिलेगा।"
Kesari Veer Movie Review By Amit Bhatia(ABP News)
"इस फिल्म की कहानी अच्छी है, ऐसी कहानियां हमें जाननी चाहिए. हमारे वीर योद्धाओं के बारे में हमें पर होना चाहिए. लेकिन ये फिल्म एवरेज है, बीच बीच में कुछ ऐसी सीन आते हैं लेकिन स्क्रीनप्ले में कमियां हैं. लड़ाई के सीन ठीक ठाक है, कई जगह मजा नहीं आता, vfx खराब हैं. फिल्म लंबी खींचती है इसलिए इसकी कमियां और खलती हैं. रोमांस वाला एंगल कम होना चाहिए था, स्लो मो शॉट्स कम होने चाहिए थे. लेकिन ये कहानी हमें जरूर जाननी चाहिए और इसके लिए ये फिल्म देखी जा सकती है."
Kesari Veer Movie Review By Jyoti Singh(News24online)
"‘केसरी वीर’ एक कमाल की फिल्म हो सकती थी, अगर इसमें रोमांस, इमोशनल सीन्स से सजाने की कोशिश नहीं की जाती। दो सौ सैनिकों की सेना लेकर जफर की हजारों की फौज को सोमनाथ मंदिर तक पहुंचने से 11 दिन तक रोकने वाले हमीर जी की कहानी को फिल्मी बनाने की कोशिश ही इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है।"
Kesari Veer Movie Review By Rahul Yadav(Jansatta)
"फिल्म की कहानी काफी दमदार है। जैसा कि सुनील शेट्टी ने इसे लेकर प्रमोशनल इवेंट में कहा था कि ऐसी फिल्में बनना जरूरी हैं, जो इतिहास से रूबरू कराती हैं तो ये उनके इस बयान पर खरा उतरती है। ऐसी कहानियां सभी को जानना चाहिए। भारत के वीर सपूतों और योद्धाओं के बारे में तो सभी को पता होना चाहिए तो ये फिल्में ही अच्छा माध्यम हैं, जो उनकी कहानी को बयां करती हैं। फिल्म की कहानी भले ही अच्छी है मगर इसमें काफी कमियां भी हैं। स्क्रीनप्ले में कमियां हैं।"